तीन मुखी रुद्राक्ष
रुद्राक्ष पेड़ के फल की गुठली होती है इस गुठली पर प्राकतिक रूप से कुछ सीधी धारिया होती है। ये धारिया स्पष्ट रूप से दिखायी देती है। इन धारियों की गिनती के आधार पर ही रुद्राक्ष के मुख की गणना होती है। जैसे किसी रुद्राक्ष पर चार धारिया है तो वह रुद्राक्ष चार मुखी रुद्राक्ष कहलाएगा।
रुद्राक्ष से होने वाले लाभ
– रुद्राक्ष भगवान शंकर का प्रिय आभूषण है।
– जिस घर में रुद्राक्ष की पूजा की जाती है वहाँ सदा लक्ष्मी का वास रहता है।
– रुद्राक्ष दीर्घायु प्रदान करता है।
– रुद्राक्ष गृहस्थियों के लिये अर्थ और काम का दाता है
– रुद्राक्ष मन को शांति प्रदान करता है।
– रुद्राक्ष की पूजा से सभी दुःखो से छुटकारा होता है
– रुद्राक्ष सभी वणो के पाप का नाश करता है।
– रुद्राक्ष पहनने से ह्रदय रोग बहुत जल्दी सही होते है।
– रुद्राक्ष पहनने से मानसिक व्याधियों से मुक्ति मिलती है।
– रुद्राक्ष धारण करने से दुष्ट ग्रहो की अशुभता शरीर मे होने वाला विषेला संक्रामण ओर कुद्रष्टि दोष, राक्षसी वृति दोष शांत रहते है
– रुद्राक्ष तेज तथा ओज मे अपूर्व वृद्धि करता है
तीन मुखी रुद्राक्ष
तीन मुखी रुद्राक्ष में 3 धारिया होती है। तीन मुखी रुद्राक्ष को अग्नि स्वरूप माना जाता है। यह सत्य, रज, तथा तम, इन तीनो का त्रिगुणात्मक शक्ति रूप है। इस रुद्राक्ष में ब्रह्रा, विष्णु, महेश तीनो शक्तियों का समावेश होता है, इसके साथ – साथ इसमे तीनो लोक अर्थात आकाश, पृथ्वी, पाताल, की भी शक्तिया निहित होती है। यह मानव को त्रिलोकदर्शी बनाकर भूत, भविष्य तथा वर्तमान के बारे में बताता है। इसको धारण करने से व्यक्ति की विध्वंसात्मक प्रवृतियो का अंत होता है तथा रचनात्मक प्रवृति का उदय होता है। जो विद्यार्थी पढ़ने में कमजोर हो वह इसे धारण करके अदभुत लाभ उठा सकते है। इसको धारण करने से मन में दया, धर्म, परोपकार के भाव पैदा होते है। यह पर स्त्री गमन के पापो को नष्ट करता है यह धारक अथवा पूजक के सभी पापो का अन्त कर उसे तेजस्वी बनाता है।
रुद्राक्ष धारण करने से पूर्व शिवजी के विग्रह से बहते जल से या पंचामृत से या गंगाजल से धोकर त्र्यंम्बकमंत्र या शिवपंचाक्षर मंत्र ओ` नमः शिवाय से प्राणप्रतिष्ठा करनी चाहिए
उक्त जानकारी सुचना मात्र है, किसी भी निष्कर्ष पर पहुचने से पहले कुंडली के और भी ग्रहो की स्तिथि, बलाबल को भी ध्यान में रख कर तथा हम से परामर्श कर ही किसी भी निर्णय पर पहुचना चाहिए |