===========
” ओं चन्द्रपुत्राय विदमहे रोहणीप्रियाय धीमहि तन्नो
बुध; प्रचोदयात”…
9 मई 2018 को बुध मेष राशि में प्रवेश कर चुके है जो 27 मई 2018 तक रहेंगे आइए देखते की आप की राशि पर क्या शुभ – अशुभ फल होगा |
मेष राशि :- बुध के प्रभाव से पुरुषार्थ में वृद्धि होती है परन्तु षष्ठेश का दोष होने के कारण शरीर में रोग होने की सम्भावना भी रहेगी | भाई बहनो के सुख सम्बन्ध में भी किसी कारण कुछ कमी आती है | परिश्रम द्वारा व्यवसाय के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है | स्त्रीपक्ष में कुछ परेशानियों के साथ सफलता मिलेगी |
वृष राशि :- बुध के प्रभाव से खर्च अधिक रहेगा परन्तु बाहरी स्थानो के सम्बन्ध से लाभ होता रहेगा | साथ ही विद्या संतान, धन तथा कुटुम्भ के पक्ष से असंतोष बना रहेगा | विशेषकर संतान के पक्ष से हानि उठानी पड़ सकती है | शत्रु पक्ष में अपने बुद्धि बल से सफलता प्राप्त होती है |
मिथुन राशि :- बुध के प्रभाव से अपने शारीरिक श्रम तथा विवेक के द्वारा पर्याप्त लाभ मिलेगा | साथ ही भूमि संपत्ति मकान तथा माता के सुख की भी प्राप्ति होगी | संतान पक्ष से भी सुख मिलता है तथा विद्या बुद्धि के क्षेत्र में भी सफलता प्राप्त होती है | इस समय आप सुन्दर तथा मीठी वाणी का उपयोग करेंगे |
कर्क राशि :- बुध के प्रभाव से पिता राज्य एवं व्यवसाय के क्षेत्र में अपूर्ण सफलता प्राप्त होती है | परन्तु भाई बहन के सुख और पराक्रम की शक्ति विशेष रहेगी | परिश्रम तथा व्यय की शक्ति द्वारा सुख प्राप्त होगा और माता भूमि मकान आदि का सामान्य लाभ रहेगा |
सिंह राशि :- बुध के प्रभाव से भाग्य तथा धर्म की उन्नति होती है तथा धन ऐश्वर्य तथा सुख प्राप्त होता है | आप इस समय ईमानदार, ईश्वर भक्त तथा सज्जन होंगे | आपको कुटुम्भ का सुख भी पर्याप्त मिलेगा | भाई बहन का सुख भी मिलेगा तथा पराक्रम में वृद्धि और उन्नति होगी |
कन्या राशि :- बुध के प्रभाव से शारीरिक सुख तथा सौंदर्य में कमी आती है | पिता का अल्पसुख प्राप्त होता है तथा राज्य और व्यवसाय के क्षेत्र में भी कठनाइयो का अनुभव होता है | विदेश अथवा घर से बहार अन्य स्थानो में रहकर जीविका होगी | आय में वृद्धि होती है तथा पुरातत्व का लाभ होता है | अपने कुटुम्भ से प्रेम रहता है तथा धन की वृद्धि के काठीन परिश्रम तथा गुप्त युक्तियों का आश्रय लेते है |
तुला राशि :- बुध के प्रभाव से स्त्री तथा व्यवसाय के पक्ष में कुछ कठनाइयो के साथ सफलता मिलती है | धर्म का पालन होता है , बाहरी स्थानो से लाभ होता है | शारीरिक सुख तथा मान प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है तथा भाग्य साथ देता है | तथा ग्रहस्ती के लिए भी खूब खर्च करते है |
वृश्चिक राशि :- बुध के प्रभाव से अपने विवेक बुद्धि द्वारा शत्रु पक्ष में विजय एवं लाभ प्राप्त होता है | कुछ परेशानियों के साथ आमदनी का मार्ग बनता है | साथ ही आयु तथा पुरातत्व की शक्ति का लाभ प्राप्त होता है | खर्च अधिक रहता है तथा बाहरी स्थानो से लाभ प्राप्त होता है |
धनु राशि :- बुध के प्रभाव से विद्या एवं बुद्धि की क्षेत्र में विशेष सफलता मिलती है | तथा संतान का भी श्रेष्ठ सुख प्राप्त हॉट है इसके साथ ही स्त्री, गृहस्ती पिता राज्य एवं व्यवसाय के पक्ष में भी उन्नति होती है | अपनी श्रेष्ठ बुद्धि द्वारा पर्याप्त लाभ प्राप्त करते है | बुध के प्रभाव से आप बात करने में निपुर्ण, चतुर तथा बुद्धिमान होंगे तथा सर्वत्र सन्मान तथा यश प्राप्त करेंगे |
मकर राशि :- बुध के प्रभाव से माता भूमि, संतान का सुख प्राप्त होता है साथ ही भाग्य की उन्नति होती है | घरेलु सुख शांति में कुछ बढ़ाये आती रहती है | पिता से सुख, राज्य से सन्मान एवं व्यवसाय से लाभ प्राप्त होता है तथा शत्रु पक्ष पर सफलता मिलती है |
कुम्भ राशि :- बुध के प्रभाव से भाई बहनो से कष्ट मिलता है तथा संतान पक्ष से भी परेशानी होती है | विद्या बुद्धि एवं पराक्रम का लाभ होता है परन्तु कठनाइया उठानी पड़ती है | कुछ कठनाइयो के साथ भाग्य की उन्नति होती है तथा धर्म पलायन की दिशा में लगा रहता है | पुरातत्व का लाभ होता है परन्तु प्रत्येक क्षेत्र में सफलता पाने के लिए संघर्ष अवश्य करना पड़ेगा |
मीन राशि :- बुध के प्रभाव से कुटुम्भ से शक्ति प्राप्त होती है तथा अपनी विवेक बुद्धि द्वारा धन का संचय होता है | माता तथा स्त्री के सुख में कुछ कमी रहेगी परन्तु घरेलु सुख अच्छा ही रहेगा तथा भूमि तथा मकान आदि की शक्ति का भी लाभ प्राप्त होता है | आयु तथा पुरातत्व का लाभ होता है तथा दैनिक जीवन उल्लासपूर्ण बना रहता है |
उपाय :- 1 गाय की सेवा किसी भी रूप में करे |
2 केले और बताशे महीने में एक बार बाटे |
3 घास , हरी सब्जी , पत्तेदार साग, मूली आदि बुधवार और अष्ठमी को शिवजी को भेट करे |
4 हिजड़ो का अपमान ना करे |
उक्त जानकारी सुचना मात्र है, किसी भी निष्कर्ष पर पहुचने से पहले कुंडली के और भी ग्रहो की स्तिथि, बलाबल को भी ध्यान में रख कर तथा किसी योग्य ज्योतिर्विद से परामर्श कर ही किसी भी निर्णय पर पहुचना चाहिए |