शुक्र का तुला राशि मे आगमन
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1 सितंबर 2018 को शुक्र अपनी राशि तुला में प्रवेश कर चूके है जो आपकी राशि पर क्या शुभ अशुभ प्रभाव डालते है आइये देखते है
मेष राशि :- आप स्त्री तथा व्यवसाय के क्षेत्र में विशेष सफलता प्राप्त करेंगे |आप को शारीरिक सौंदर्य , मान – प्रतिष्ठा तथा कार्य – कुशलता की प्रगति भी होगी | इस गृह स्थिति में आप धनवान, सुखी, सुन्दर , प्रतिष्ठित तथा कौटुम्बिक शक्ति से संपन्न होगे परन्तु धन स्थान का स्वामी बंधन का कार्य भी करता है | व्यवसाय एवं स्त्री के पक्ष में कुछ कठिनाइया भी उठानी पड़ सकती है |
वृष राशि:- स्वक्षेत्री शुक्र के प्रभाव से शारीरिक शक्ति एवं चातुर्य की प्राप्ति होती है , शत्रु पक्ष पर विजय प्राप्त होती है | शरीररिक सौंदर्य में कुछ कमी , परतंत्रता एवं मामा के पक्ष से लाभ के योग भी बनते है | खर्च अधिक रहता है एवं बाहरी स्थानो के सम्बन्ध से लाभ प्राप्त होता है | षष्ठ भाव में शुक्र होने के कारण शत्रु पक्ष से किसी न किसी झंझट में फसे रहना पड़ सकता है |इस समय आप स्वाभिमानी एवं प्रतापी होगे |
मिथुन राशि :- शुक्र के प्रभाव से संतान तथा विद्या के क्षेत्र में शक्ति प्राप्त होते हुए भी कुछ कमी बनी रहती है |आप इस समय आप बुद्धिमानी एवं चतुरता से काम करेंगे तथा बाहरी स्थानो के सम्बन्ध से लाभ उठाएगे | बुद्धि द्वारा खूब लाभ होता है परन्तु आमदनी से खर्च अधिक बना रहेगा | शुक्र के प्रभाव से आप इस समय आप बातूनी , चतुर एवं चालाकी से काम करेंगे |
कर्क राशि :- शुक्र के प्रभाव से माता, भूमि, भवन का लाभ होता है एवं सुख प्राप्त होता है | आमदनी में वृद्धि होती है |पिता राज्य एवं व्यवसाय द्वारा भी सुख, सहयोग, सम्मान , सफलता तथा लाभ की प्राप्ति होती है | इस समय आप बढ़ी होशियारी, तथा चतुरता से कार्य करेंगे | इस समय आप को प्रतिष्ठा , धन एवं सुख की प्राप्ति होगी |
सिह राशि :- शुक्र के प्रभाव से पराक्रम में वृद्धि होती है | भाई- बहन का सुख प्राप्त होता है साथ ही पिता, राज्य एवं व्यवसाय द्वारा भी लाभ मिलता है |सिह राशि वाले पुरुषार्थ द्वारा अपने भाग्य तथा धर्म की वृद्धि करेंगे | आप इस समय बहुत बड़े व्यवसाय का संचालन कर सकते है तथा हिम्मती , परिश्रमी , चतुर तथा योग्य होगे |
कन्या राशि :- शुक्र के प्रभाव से धन तथा कुटुंब में वृद्धि होती है | इस समय भाग्य आपका साथ देगा | धन के द्वारा धर्म का भी पालन कर सकते है एवं यश पाएगे |आयु एवं पुरातत्व का भी लाभ होता है | इस समय आप धनि एवं चतुर होगे |
तुला राशि :- शुक्र के प्रभाव से आत्मबल तथा शारीरिक प्रभाव में वृद्धि होती है | साथ ही आयु एवं पुरातत्व का लाभ होता है | कभी – कभी शरीर में परेशानी का अनुभव भी हो सकता है | स्त्री के सुख में कुछ कमी रह सकती है तथा व्यावसायिक उन्नति के लिए भी कठिन परिश्रम करना पड़ सकता है | इस समय आप मनस्वी एवं मानी होगे |
वृश्चिक राशि :- शुक्र के प्रभाव से खर्च अधिक रहता है तथा बाहरी स्थानो के सम्बन्ध से लाभ एवं शक्ति प्राप्त होती है | स्त्री के पक्ष में कुछ परेशानी रहती है | तथा स्थानीय व्यवसाय में कठिनाइया आती है जबकि बाहरी स्थानो के व्यवसाय में सफलता मिल सकती है | शत्रु पक्ष में कुछ परेशानियों के साथ सफलता मिल सकती है |
धनु राशि :- शुक्र के प्रभाव से आमदनी में वृद्धि होती है | शत्रु पक्ष से भी विशेष लाभ मिलता है |झगडे – झंझट के मामलो में फायदा तो मिलेगा परन्तु उसके कारण परेशानिया भी सहनी पड़ सकती है |विद्या एवं बुद्धि के क्षेत्र में कुछ कठिनाइयों के साथ सफलता मिलती है | इस समय आप चतुर , गुणी तथा विद्वान होगे संतान पक्ष से भी कुछ त्रुटिपूर्ण लाभ प्राप्त हो सकता है |
मकर राशि :- शुक्र के प्रभाव से पिता से पूर्ण सहयोग, राज्य से अत्यधिक सम्मान तथा व्यवसाय से विशेष लाभ प्राप्त हो सकता है | संतान तथा विद्या पक्ष भी प्रबल रहता है | अपनी बुद्धि तथा चातुर्य द्वारा आप उन्नति करेंगे |इस समय आप हुकूमत पसंद होगे | माता, भूमि तथा मकान आदि का सुख प्राप्त होता है | घरेलु जीवन आनंदमय बना रहेगा |
कुम्भ राशि :- शुक्र के प्रभाव से भाग्य की वृद्धि होगी और धर्म का पालन भी होगा और माता, भूमि, मकान आदि का पर्याप्त सुख भी मिलेगा | आप अपने गुण एवं चातुर्य के द्वारा यश की प्राप्ति करेंगे | घरेलु जीवन उल्लास एवं आनंदपूर्ण बना रहेगा | भाई- बहनो का सुख भी मिलेगा तथा पराक्रम में वृद्धि होती है |
मीन राशि :- शुक्र के प्रभाव से आयु में वृद्धि होती है तथा पुरातत्व की शक्ति प्राप्त होती है | दैनिक जीवन भी प्रभावशाली बना रहेगा | भाई – बहनो से असंतोष एवं पराक्रम में कमी का सामना भी करना पड़ सकता है | आप इस समय लापरवाह हो सकते है तथा कुटुंब से परेशानी रह सकती है एवं चातुर्य के बल पर धन प्राप्त करेंगे |
उपाय:–
1 रोजाना सुबह शाम और रात को शांत मन से 28 या 108 बार ‘ओउम् श्रीं ‘ मन्त्र का जाप करें।
2 रेशमी वस्त्र किसी गरीब कन्या के विवाह में भेट करें।
उक्त जानकारी सुचना मात्र है, किसी भी निष्कर्ष पर पहुचने से पहले कुंडली के और भी ग्रहो की स्तिथि, बलाबल को भी ध्यान में रख कर तथा किसी योग्य ज्योतिर्विद से परामर्श कर ही किसी भी निर्णय पर पहुचना चाहिए |