काहल योगः

काहल योगः- =नवम भाव का स्वामी और चतुर्थ भाव का स्वामी परस्पर केन्द्र में हो और लग्नेश बलवान हो तो काहल योग होता है। =चौथे भाव का स्वामी अपने उच्च, नीच या स्वराशि पर हो एवं दशम भाव के स्वामी के साथ बैठा हो या उसके द्वारा हो तो काहल योग होता है। फल- काहल…