11 अगस्त 2016 को गुरु कन्या राशि में प्रवेश कर चुके है आईये देखते है ये आपकी राशि के लिए क्या शुभ अशुभ प्रभाव लाएं है।
मेष राशि :- गुरु के प्रभाव से आप की भाग्योन्नति के मार्ग में रुकावटे तो आती है, परंतु भाग्य की वृद्धि भीहोती है | और शत्रु पक्ष से भी सफलता प्राप्त होती है | गुरु पांचवी नीचदृष्टि से से पिता एवं आपके राज्य भवन को देखता है , अतः पिता एवं राज्य के सम्बन्ध में त्रुटि बनी रह सकती है | खर्च की कुछ परेशानी के साथ ही बाहरी सम्बन्ध में सफलता भी प्राप्त होती रहेगी | नवी दृष्टि से धन एवं कुटुंब के द्वितीय स्थान को देखता है , अतः कुटुंब से मतभेद रह सकता है भाग्येश के छठे होने के कारन दुसरो के सहयोग से उन्नति प्राप्त होगी |
वृष राशि :- गुरु के प्रभाव से आप को विद्या , बुद्धि एवं संतान के पक्ष में विशेष सफलता प्राप्त होगी |गुरु के अष्ठमेश होने के कारणसंतान पक्ष से बाधाए मिल सकती है | परंतु इसके लाभेश होने के लाभ भी रहता है |साथ ही आयु एवं पुरातत्व का लाभ भी होता है |यहाँ से गुरु अपनी पंचम नीच दृष्टि से देखता है नवमभाव को देखता है , अतः भाग्य एवं धर्म के क्षेत्र में कुछ कमी रह सकती है | आपकी बुद्धि से आपको लाभ भी खूब होगा |आजीविका तथा लाभ के लिए शारीरिक परिश्रम भी करना पड़ सकता है |आप देखने में भले , स्वार्थ साधन में चतुर , तथा दिर्गायु होते है |
मिथुन राशि :- गुरु के प्रभाव से आप को माता , भूमि , मकान आदि का सुख यथेष्ट मात्रा में प्राप्त होता है तथा सुख की वृद्धि भी प्राप्त होती है |आयु तथा पुरातत्व के पक्ष में कुछ हानि एवं अशांति का सामना करना पड़ सकता है | पिता तथा राज्य द्वारा पर्याप्त सहयोग, सफलता तथा यश की प्राप्ति होती है तथा व्यवसाय की भी होती है |खर्च अधिक हो सकता है तथा बाहरी स्थानों के संबंध बना रहेगा |
कर्क राशि :- गुरु के प्रभाव से आप को भाई – बहन के सुख तथा पराक्रम में वृद्धि प्राप्त होगी |स्त्री एवं व्यवसाय के पक्ष में कुछ हानि तथा क्लेश रह सकता है |धर्म में निष्ठा बनी रहेगी | नवी शत्रुदृष्टि से एकादश भाव को देखने से लाभ के क्षेत्र में कुछ कठिनाइयों के साथ सफलता मिलेगी | आप शत्रुमयी धर्मात्मा , उन्नतिशील , पराक्रमी तथा हिम्मती होंगे | परंतु गुरु के शत्रु स्थानाधिपति होने के कारण उसे कभी – कभी कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ सकता है |
सिह राशि :- गुरु के प्रभाव से आप को धन एवं कौटुम्बिक सुख की प्राप्ति होगी | परंतु संतान के पक्ष से कुछ कठिनाइयां रह सकती है | शत्रु पक्ष से परेशानी तथा ननिहाल से हानि का योग बन सकता है |आयु की वृद्धि एवं पुरातत्व का लाभ होगा | तथा नवी शत्रु दृष्टि से दशमभाव को देखने के कारण पिता से मतभेद रह सकता है | तथा राजकीय संपर्को से असंतोष प्राप्त हो सकता है | आप अपने सम्मान की वृद्धि के लिए प्रयत्न करेगे |
कन्या राशि :- गुरु के प्रभाव से आप को शारीरिक सौन्दर्य एवं स्वास्थ्य की प्राप्ति होगी | आप को माता, भूमि ,मकान आदि का सुख भी प्राप्त होगा |संतान एवं विद्या – बुद्धि के पक्ष में परेशानिया बनी रह सकती है | सांतवी दृष्टि से स्वराशि को देखने के कारण स्त्री तथा व्यवसाय के द्वारा सुख एवं लाभ प्राप्त होगा |भाग्योन्नति में सामान्य बाधाए आ सकती है तथा धर्म के पक्ष में भी कुछ कमी बनी रह सकती है |परंतु सामान्यतः आप धनि तथा सज्जन होंगे |
तुला राशि :- गुरु के प्रभाव से आप का खर्च अधिक रहेगा तथा बाहरी स्थानों के सम्बन्ध से लाभ एवं शक्ति की प्राप्ति होगी | गुरु के अष्टमेश होने के कारण भाई – बहन के सुख में कुछ कमी बनी रह सकती है तथा पुरुषार्थ पर भी उसका प्रति कुल प्रभाव पड़ता है | माता, भूमि ,मकान के सम्बन्ध में कुछ कमी बनी रह सकती है |आप गुप्त युक्तियों द्वारा शत्रुपक्ष से सफलता प्राप्त करेगे , परंतु आपको कभी- कभी दबना भी पड़ सकता है |कुछ कठिनाइयों के साथ आयु एवं पुरातत्व के सम्बन्ध में सामन्यतः सफलता मिलेगी | भाई- बहनो से कुछ कमी बनी रह सकती है |
वृश्चिक राशि :- गुरु के प्रभाव से आमदनी में वृद्धि होगी | साथ ही धन एवं कुटुंब का सुख भी मिलता है | तृतीय भाव को शत्रु की नीच राशि में देखता है , अतः भाई – बहन के सुख में कमी आ सकती है | तथा पराक्रम की भी हानि होती है |विद्या, बुद्धि एवं संतान के पक्ष में विशेष उन्नति की प्राप्ति होगी तथा नवी शत्रुदृष्टि से सप्तमभाव को देखने से स्त्री के साथ कुछ वैमनस्य रहते हुए भी लाभ होगा तथा दैनिक व्यवसाय के क्षेत्र में कुछ कठिनाइयों के साथ सफलता प्राप्त होती है |
धनु राशि :- गुरु के प्रभाव से आप को पिता का सुख , राज्य से प्रतिष्ठा , व्यवसाय में सफलता एवं यश की प्राप्ति होती है | ऐसा व्यक्ति शरीर से सुन्दर तथा स्वाभिमानी होता है |आप को धन एवं कुटुंब के पक्ष से असंतोष रह सकता है |माता , भूमि , मकान आदि का सुख प्राप्त होगा |आप शत्रु पक्ष में बड़ी होशियारी से काम लेगे |कुछ कठिनाइयां उठाने के बावजूद भी आप अपने शत्रुओ पर प्रभाव स्थापित करने में सफल होंगे |
मकर राशि :- गुरु के प्रभाव से आप की भाग्योन्नति में कमजोरी रहेगी | इस कारण आप धर्म का पालन भी यथोचित नहीं कर पाएगे | बाहरी स्थानों के सम्बन्ध से कुछ शक्ति प्राप्त होगी , जिससे आप का खर्च चलेगा |शारीरिक सौन्दर्य एवं स्वास्थ्य में कमी रह सकती है तथा मन अशांत बना रहेगा |भाई -बहन की सामान्य सफलता मिलेगी तथा पराक्रम में कुछ वृद्धि होगी |शत्रु- पक्ष में विवेक बुद्धि से सफलता प्राप्त होगी तथा झगडे के मामलो में कभी हानि तथा लाभ होगा |
कुम्भ राशि :- गुरु के प्रभाव से आप की आयु में वृद्धि होगी तथा पुरातत्व का लाभ होगा |गुरु के अष्ठमेश होने के करण संचित धन की हानि तथा कुटुंब से कष्ठ का योग भी बन सकता है |खर्च तथा बाहरी स्थानों से संबंधों के कारण कठिनाइयां रह सकती है | आप को धन वृद्धि के लिए विशेष प्रयत्न करना पड़ेगा तथा कुटुंब से सहयोग भी मिलेगा |माता के सुख में कुछ कमी आ सकती है तथा भूमि एवं मकान आदि की भी सामान्य शक्ति प्राप्त होगी |
मीन राशि :- गुरु के प्रभाव से आप को सुन्दर स्त्री की प्राप्ति होगी | साथ ही व्यवसाय के क्षेत्र में भी सफलता मिलेगी | आप की आमदनी का पक्ष कुछ कमजोर रह सकता है | शारीरिक सौन्दर्य , स्वास्थ्य, प्रतिष्ठा, यश, स्वाभिमान एवं प्रभाव में वृद्धि होगी तथा नवी शत्रुदृष्टि से तृतीय भाव को देखने से भाई – बहनो की शक्ति अच्छी मिलती है , परंतु उनमे कुछ असंतोष रह सकता है | साथ ही पराक्रम में आर्थिक वृद्धि होगी |