चामर योगः
चामर योगः- लग्न स्वामी अपनी उच्चराशि का होकर केन्द्र में स्थित हो तथा गुरु उसे देखता हो, तो चामर योग कहलाता है। यदि लग्न में या सप्तम स्थान में या नवम अथवा दशम स्थान में दो शुभ ग्रह हो तो भी चामर योग कहलाता है। फल:- चामर योग में उत्पन्न जातक उच्च , पूर्ण प्रतिष्टित…