अश्विनी नक्षत्र

n                                        नक्षत्र ज्ञान नक्षत्र 28 हे | फल कथन मे 27 नक्षत्र ही गिने जाते हे |अभिजीत नही लिया जाता | राशि 30 अंश की होती हे एवं राशि 2¼ नक्षत्र होते हे | इस प्रकार नक्षत्र का विस्तार 13 अंश 20 क्ला तक होता हे | इससे स्पष्ट हे की फल कथन ने…

दान

* प्रगट चारि पद धर्म के कलि महुँ एक प्रधान। जेन केन बिधि दीन्हें दान करइ कल्यान॥ राम चरित मानस में काकभुसुंड़ी जी गरुण जी को बताते है कि हर युग में धर्म के चार चरण (सत्य, दया, तप और दान) प्रसिद्ध हैं, जिनमें से कलि (कलियुग) में *दान* रूपी चरण ही प्रधान है। किसी भी…