केतु

ग्रहों का कुण्डली के भावो में फल केतु पहला भाव:- यदि केतु पहले भाव में हो स्वास्थ्य हल्का, अस्थिर चित्त, डरपोक, घरेलु चिंता, कामुक, जन्म घर से बाहर, हस्पताल आदि। दूसरा भाव:- यदि केतु दूसरे भाव में हो तो राज दरबार उत्तम, प्रबन्धक, यात्राएं बहुत हो, धन की आवाजाही। किस्मत में उतार चढ़ाव हो। तीसरा…