swasth prapti upay

“स्वास्थ्य प्राप्ति उपाय “ 1. बृहस्पति यंत्र सूर्य यंत्र एवं महामतृयूजन्य यंत्र विधिवत स्थापित कर पूजन करे! 2. रोग नाश के लिए – ऊ त्र्यम्बक यजामहे सुगन्धि पुष्टिवर्धनम, उर्वारुकमिव बन्धनानमुत्योमुक्षीय मृतात मंत्र का नित्य जाप करें! 3. ॐ ही दू दुर्गायै नम: मंत्र का एक माला जाप रुद्राक्ष की माला पर करें! 4. माणिक्य रत्न…

सिंह राशि

सिंह यह विषम, पुरुष, स्थिर तथा अग्नी तत्व राशि है | स्वभाव क्रूर तथा पूर्व दिशा को सूचित करती है | आकृति सिंह नर सांकेतिक चिन्ह है | दिन बलि तथा पर्वत आदि मे विचरण स्थान है | इसका स्वामी सूर्य है | शानदार एव दबदबे वाला व्यक्तित्व, मस्तक चोड़ा तथा कद ओसत होता है…

मिथुन राशि

यह विषम द्विस्वभाव राशि हे वायु तत्व क्रूर स्वभाव पशिम दिशा को सूचित करती हे आक्रती युगल पुरुष स्त्री तथा रंग हरा हे प्रभाव उष्ण तर जाती शुद्र ,दिन वली द्विपद तथा वन मे विचरण करने वाली हे इसका स्वामी बुध राहू उच्च फल ओर केतू इसमे नीच फल का होता हे इनका कद लंबा…

वृष राशि

  वृष राशि की आकृति बेल जेसी तथा यहसम स्त्री स्थिर एवं पृथ्वी तत्व राशि हे स्वभाव सोभ्या दक्षिण दिशा का मालिक वात प्राकती वेश्या जाती रंग दहि जेसा सफ़ेद तथा रात्री वाले हे यह सरल भूमि मे विचरण करने वाले एवं प्रभाव सर्द शुस्क हे इसका स्वामी शुक्र व चन्द्र इसमे उच्च का होता…

मेष राशि का सम्पूर्ण हाल

  मेष चर एवं अग्नि तत्व राशि हे यह पिछले भाग से उदित होने वाली राशि हे दिशा पूर्ण रंग लाल स्वभाव उग्र तथा प्रभाव गर्म शुष्क हे यह विषम व पुरुष तथा जाती क्षत्रिय हे यह दिन वाली ओर इसका वास पर्वत वन हे मंगल इसका स्वामी सूर्य इनमे उच्च का तथा शनि नीच…

रेवती नक्षत्र

एनक्षत्र 28 होते है एवं फल कथन मे 27 नक्षत्र ही गिने जाते हे | अभिजीत नक्षत्र को नही लिया जाता | राशि 30 अंश की होती हे एवं राशि में 2¼ नक्षत्र होते हे | इस प्रकार नक्षत्र का विस्तार 13 अंश 20 क्ला तक होता हे | इससे स्पष्ट है कि फल कथन…