यह सम स्त्री चर एव जल तत्व राशि हे इसकी आकर्ति केकड़ा की सांकेतिक चिन्ह हे स्वभाव सोम्य दिशा उतर को सूचित करती हे प्रभाव सर्द तर तथा कफ प्रधान हे रंग दूधिया सफ़ेद रात बली ओर जलचर मे विचरण करने वाली हे इसका स्वामी चंद्र इसमे गुरु उच्च फल का तथा मंगल नीच फल का होता हे
शरीर एव शारीरिक शक्ति कोमल होती हे पुरुष जातक स्त्री की तरह कोमल होती हे एव स्त्री जातक अधिक कोमल व सुंदर होती हे रंग साफ गोरा तथा मोखड़ा गोल होता हे इनकी चाल मस्तानी होती हे शरीर का ऊपरी भाग कुछ बड़ा तथा निचला भाग कुछ छोटा होता हे ये मोटे हो जाते हे ओर तोंद भी निकल आती हे इस प्रकार इनका प्रकार इनका पंजा काफी मजबूत होता हे
इनकी कल्पना शक्ति काफी अच्छी होती हे कल्पना मे बहुत दूर दूर तक की उड़ान भर आते हे चित चलायमान ,परिवर्तनशील होते हे पवित्र आदर्शो पर चलने का पूरा प्रयास करते हे तथा मन की बात किसी को कम ही बताते हे हवाई किले बनाना इनका सभाव होता हे सभाव एव मानसिक रूप से चंचलता होने के कारण दूसरों के साथ एक सा व्यवहार करना इनकी वश की बात नही होती हे एक बात अथवा वस्तु को रहने दे के दूसरे के पीछे पड़ जाते हे तथा कई बार खुद ही संकट मे पड़ जाते हे विवेकशील स्वतंत्र विचार तथा अनेक कामो मे निपुण होते हे स्त्री जातक मेहनत करने वाली घर एव बच्चो से प्रेम करती हे कर्क जल तत्व राशि हे जेसे पानी जल्दी उबलने लगता हे इसके जातक भी जल्दी ही आवेश मे आ जाते हे दूसरों के साथ मिलकर काम करने से सफलता मिलती हे यदि शांति चित रहे तो शिखर पर पहुच जाते हे
यह चर एव जल तत्व राशि हे मन मे कई प्रकार की काल्पनिक तरंगो के कारण तथा स्वभाव परिवर्तनशील होने के कारण प्रेम स्थायी नही होते हे ओर ये भावुक अधिक होते हे कई बार दोस्तो ,मित्रो ,परिजनो से बिगड़ जाते हे तथा वे हानी पहुचाने का प्र्येतन करते हे साधारण कर्मानुसार इस राशि का चौधा घर हे यदि इसमे शुक्र तथा चंद्र बेठ जाए तो दो स्त्रिया अवश्य होती हे साधारणतया इनका पारिवारिक जीवन अच्छा एव सुखद होत हे सतवे घर का स्वामी शनि होने के कारन यदि सातवे घर पर अच्छे ग्रहो का प्रभाव न हो मंगल एव शुक्र की सथती भी ठिन न हो तो इनका जीवन दुखो का घर बन जाता हे यह देखा गया हे की पत्नी/पति अकेले हो जाते हे एव पत्नी/पति एकाकी ही अधिकतर जीवन व्यतित करना पड़ता हे
भाइयो के साथ कम ही पटती हे क्योकि भाईयो का कारक मंगल इसमे नीच फल का हे भाई कम ही होते हे तथा बहन का प्यार भी इतना सुखद नही होता हे जेसे की पहले लिखा जा चुका हे की कर्क के जातक घर एव बच्चो को बहुत प्रेम देते हे इनकी संतान अच्छी होती हे पुत्र/पुत्रीया बराबर होते हे तथा उनको ये अपने खानदान की प्र्प्तियों के बारे मे बड़े ही गर्व एव शोक के सात बतलाते हे
पढ़ाई मे ये खुशल होशयार होते हे उच्च सतर की शिक्षा प्राप्त करते हे एव मेरिट लिस्ट मे इनका नाम आता हे राशि पर अशुभ ग्रह का असर पड़ने के कारण पढ़ाई मे विघ्ण पड़ने की संभावना रहती हे परंतु इनकी लग्न तथा परिसर्म यदि शिथिल न हो तो ये पढ़ाई मे शानदार सफलता अर्जित करते हे
यात्राए बहुत होती हे तथा लाभदायक ही होती हे स्थान परिवर्तन होता रहता हे जो की कम करना चाहिए यात्रा मे मित्रो से भ्ये रहता हे ये जातक प्र्यटन के बड़े शोकीन होते हे
व्यवसाय के मे ये बहुत सफलता प्राप्त करते हे व्यापार मे खुशल एव धन कीअभिलाषा मन मे रहते हे धनप्राप्ति मे लगे रहते हे अधिकांश आये संतान आदि पर खर्च देते हे कई बार पिता का कहना भी नि मानते हे सरकारी नोकरी ,तरल पदार्थ का व्यवसाय ,जज ,मजिस्टरेट ,ज्यूलर ,कपड़े के व्यापार ,जमीन –जायेदाद क्र्ये-विक्रये आदि भी बन जाते हे यदि चोथे घर मे जो की चंद्र का घर हे ,शुक्र ,गुरु आदि ग्रह बेठ जाए तो घर वाहनयुक्त तथा घर मे हर तरह का आरामदायक सामान होता हे ताश ,सट्टा मे हानी ही होती हे
2 4 8 10 12 15 17 19 21 22 24 25 27 29 31 35 36 42 45 47 49 51 57 आदि आयु के वर्षो मे पढ़ाई उच्च शिक्षा ,कारोबारी ,नोकरी ,विवाह ,संतान ,यात्रा आदि से घटनाए घटती हे रिसर्च एव फिलसफ़ी विशेष परिणाम सामने आते हे
सवास्ठसाधारणत ठीक ही होता हे फेफड़े,छाती,पेट,घाव-चोट का भये रहता हे ओर बना बात की चिंता हो सकती हे मन की निढालता, चित भर्म, भी हो सकता हे शराब की कई बार आदत भी हो जाती हे तथा इस प्रकार पेट का खराब रहने की भी संभावना रहती हे
दिन सोमवार,दुधया सफ़ेद रंग तथा दो की संख्या शुभ होती हे 7-1-4 की संख्या से भी प्रभावित होता हे
मोती/मून सटोन दो,चार तथा ग्यारह रति चाँदी की अंगूठी मे सोमवार विधि अनुसार धारण करना शुभ फलदायक होता हे