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- घर मे क्रिस्टल प्लास्टिक किसी सफ़ेद धातु या काँच की जंजीर से सजावट करे
- प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तिया सजावटी सामान रखे घर मे छत पर क्रास या गुणा के निशान की तरह नहीं पी ओ पी का काम कराये
- जलन ईर्ष्या डाह से बचे!
- विकलांगो की सेवा सहायता करे
- त्रिफला का सेवन किसी भी रूप मे करे
- अदरक छोटी पिपली मेथी करेला दालचीनी सोठ कलोंजी अजवायन सोफ़ यानि पाँचफोड़न मसाला सेवन करे!
- अनार चुकंदर शलगम गाजर हरड़ टमाटर लहसुन प्याज कांजी यथासंभव प्रयोग करे
- बेलगाम कमवासना से बचे ज्ञानी विद्वान ओर न्यायकर्ता लोगो का सम्मान करे
- मिट्टी की गुल्लक मे सिक्के डाले ओर भरने पर तीर्थ मे या बच्चो को दे
- देवी दुर्गा सिंह वाहिनी की तस्वीर घर मे रखे ओर उनकी पुजा जोत बत्ती आदि नियमित करे
- साफ सुथरा रहे ओर रोज स्नान करे दिन मे कई बार मुह हाथ आदि पानी से गीले कर ले
- बाल ढाढ़ी मूच्छों को समयानुसार सवारते रहे ओर काटते रहे पर कुहनी नाखून ओर हाथ साफ रखे
- 1 बार पहना हुआ कपड़ा दुबारा बिना धोये न पहने रोजाना गंगाजल या साफ से जल से 2 या 3 बार आचमन करे
- नहाने के दौरान ही तेल लगाए ओर फिर बदन पर पानी जरूर डाले नाभि मे तेल जरूर लगाए
- शिवलिंग पर जल जरूर चड़ाए
- अस्पताल मे रोगीयो की सहायता के लिए जो बन पड़े करे
- बड़ या पीपल के पेड़ को दूध से सींचे ओर वहा के मिट्टी का टीका शरीर पर कही भी लगाए
- बेट्ट्री से चलने वाली कोई उपयोगी सामान खिलौने या बेट्ट्री दान दे
- कभी छायादान तेल काले तिलो का दान करे
- सुबह के समय अपने घर के प्रवेश द्वार को जल से साफ करे
- माता पिता की मृत्यु के बाद घर मे काही संगमरमर या अच्छे पत्थर के टुकड़े दाना आदि रखे गमला या बाथरूम मे रखना आधिक शुभ हे
- घर मे तिल के तेल का दीपक जलाए
- सूखे नारियल मे भुना आटा बुरा या खांड मिलकर भरे उसे फिर कही सुनसान जगह पर घाड़ दे
- पानी वाला नारियल शिव जी को चढ़ाए
- उनी कपड़ा कंबल बास की टोकरी मे अन्न चटाई पेठे की मिठाई मुह देखने का शीशा दान करे
- घर मे रोटी रखने या फल आदि रखने के लिए बांस बेत सरकंडा या झाऊ की टोकरी ट्रे का प्रयोग करे
- घर मे कभी भी कबाड़ इकट्ठा न होने दे
- शिव जी भेरव ओर हनुमान जी की पुजा प्रणाम करना दशन करना लाभदायक हे
- नहाने के पानी मे कुशा का टुकड़ा डाले नीम या जड़ीबूटियों के साबुन का प्रयोग करे
राहू केतू के लिए अलग जप व मंत्र इस प्रकार हे
- ॐ नीलवर्णाय विदमहे सोहीकेहाय धीमही तन्नो राहू प्रचोंदयात!!
- ॐ धूम्रवर्णाय विदमहे कपोतवाहनाय धीमही तन्न: केतू: प्रचोदयात!!
- अर्धकायम महावीर्य चंद्रादित्यविमर्दनम !
सिंहीकागर्भसंभूतम तं राहुं प्रणमाम्यहम!!
- पलाशपुष्पसंकाशम तारकाग्रहमस्तकम!
रोद्र्म रोद्रात्मकम घोरं तं केतुं प्रणमाम्यहम !!
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