वीर योगः-
तीसरे भाव में कोई भी दो पापग्रह और एक सौम्य ग्रह हो तथा उसे चन्द्र देखता हो तो वीर योग होता है।
फल:- इस योग में जन्म लेने वाला व्यक्ति पुलिस या मिलिटरी क्षेत्र में उच्च पद प्राप्त करता है तथा प्रसिद्ध होता है।
नोटः:- तीसरा भाव वीरता आदि कार्यो में ही सम्बन्ध रखता है। उसमें दो पापग्रह होने से जातक बलिष्ठ, पराक्रमी और वीर भावनाओ से पूरित व्यक्ति होगा। यदि इसके साथ ही एक सौम्य ग्रह हो, तो वह उसकी शक्ति का दुरुपयोग नहीं होने देगा तथा चन्द्रमा की दृष्टि उसे सही रास्ते पर ले जाने के साथ- साथ ह्रदय से भी मजबूत बना देगी।
उक्त जानकारी सुचना मात्र है, किसी भी निष्कर्ष पर पहुचने से पहले कुंडली के और भी ग्रहो की स्तिथि, बलाबल को भी ध्यान में रख कर तथा हम से परामर्श कर ही किसी भी निर्णय पर पहुचना चाहिए