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यदि चंद्रमा में बाहरवें भाव में (सूर्य को छोड़कर) कोई ग्रह हो तो अनफा योग होता है।
फल:- जिसकी कुण्डली में यह योग होता है, उसका व्यक्तित्व चुम्बकीय होता है। तथा उसके शरीर का अंग प्रत्यंग सुन्दर होता है समाज में उसका सम्मान होता है। वह नम्र, सुशील, सद्गुणी तथा विचारवान होता है। वह स्वयं भी दूसरों का सम्मान करना जानता है, सुन्दर वस्त्र
पहनने का शौकीन ऐसा जातक सदा प्रसन्नचित रहता है।
नोट:- अनफा योग भी मंगल, बुध, गुरु, शुक्र या शनि के द्वारा हो सकता है। प्रत्येक ग्रह का निम्नलिखित फल है। यदि एक फल से अधिक ग्रह मिलकर अनफा योग बनाते हो तो, उनका मिश्रित फल समझना चाहिए।
मंगल-जिसकी कुंडली में मंगल के द्वारा अनफा योग(अर्थात चंद्रमा से 12 वे स्थान में मंगल ) होता है वह जातक चौरकर्म में रत रहता है उसमें अभिमान कूट कूटकर भरा होता है तथा वह अपने आगे किसी को भी कुछ नहीं समझता, परन्तु ऐसा जातक स्वयं पर पूर्ण नियंत्रण रखता है वह युद्ध में शक्ति प्रदशन करता है तथा दुसरो के धन को अपना बनाने की फ़िक्र में रहता है।
बुध- बुध के द्वारा अनफा योग बनने पर जातक गायन विद्या में निपुर्ण होता है। अथवा उसमे रूचि रखने वाला होता है। ऐसा जातक काव्य एवं चित्रादि में भी रूचि रखता है वह भाषण कला का भी शोक रखता है। तथा राज्य वर्ग में भी शीघ्र ही उन्नति करता है। उसका चेहरा सुन्दर, शरीर स्वस्थ्य , भाग्यवान, एवं अपने काम को अत्यंत प्रसिद्ध करने वाला होता है
गुरु:- जिस कुंडली में गुरु के द्वारा अनफा योग बनता है वह जातक प्रगाढ़ बुद्धि वाला होता है तथा जीवन के कठिन से कठिन संघर्षो से जूझता रहता है। यद्यपि राज्य पक्ष में उसकी प्रगति धीरे धीरे होती है। तथापि स्थायी होती है, काव्य के क्षेत्र में भी ऐसा व्यक्ति प्रसिद्धि प्राप्त करता है।
शुक्र:- शुक्र के द्वारा अनफा योग होने पर जातक प्रसिद्ध प्रेमी होता है तथा अपने जीवन में कई प्रेमिकाओं के सम्पर्क में आता है। अपने ऑफिसरों को वह अपने कार्य से प्रसन्न रखता है तथा जीवन में पुर्ण सुख भोगता है।
शनि:- शनि के द्वारा अनफा योग होता है, तो जातक भाग्यवान होता है। तथा प्रसिद्धि कुल में जन्म लेता है उसके शब्दो का प्रभाव होता है। वह प्रसिद्ध वक्ता एवं जनमानस को अपने पक्ष में करने की कला में प्रवीण होता है। उसे वाहन सुख पूर्णरूपेण प्राप्त होता है। तथा उसका सम्पर्क जीवन में सुन्दर स्त्रियों से रहता है।गुणवान, पुत्रवान एवं जीवन में उलझी हुई समस्याओं को सुलझाने में ऐसा जातक प्रवीण होता है
उक्त जानकारी सुचना मात्र है, किसी भी निष्कर्ष पर पहुचने से पहले कुंडली के और भी ग्रहो की स्तिथि, बलाबल को भी ध्यान में रख कर तथा हम से परामर्श कर ही किसी भी निर्णय पर पहुचना चाहिए