शश योगः-
यदि शनि अपनी ही राशि का हो कर या मूल त्रिकोण अथवा उच्चराशि का हो कर केंद्र में स्थित हो तो शश योग होता है।
फल:- शश या शशक योग में जन्म लेने वाला व्यक्ति साधारण कुल में जन्म लेकर भी राजनीति-विशारद होता है। उसके घर में नोकर चाकर रहते है तथा सेवको पर उसकी आज्ञा चलती है। वह गाँव का मुखिया। नगरपालिकाध्यक्ष या प्रसिद्ध नेता होता है। स्वयं राजा होता है। या राजा तुल्य रहता है। सरल स्वभाव,सौम्य भाव एवं राजनीति के दाव-पेंच मिलकर उसके व्यक्तित्व को अपूर्व बना देते है।
नोटः- शश योग में शनि ही प्रधान होता है। वह या तो स्वराशिस्थ हो या उच्च अथवा मूल त्रिकोणगत हो।
शश योग जीवन में धीरे धीरे उन्नति प्रदान करता है।
उक्त जानकारी सुचना मात्र है, किसी भी निष्कर्ष पर पहुचने से पहले कुंडली के और भी ग्रहो की स्तिथि, बलाबल को भी ध्यान में रख कर तथा हम से परामर्श कर ही किसी भी निर्णय पर पहुचना चाहिए