No title
सूर्य में सूर्य दशा फल:-
<= पराशर ने कहा सूर्य अपने उच्चराशि, केन्द्र लाभस्थान अथवा त्रिकोण में
हो अपनी दशा तथा अपनी अंतर्दशा में धनधान्यादि लाभकारी होते है।
<= नीचादि अशुभ राशिस्थित होने पर विपरीत फल देते है।
<=सूर्य द्वितीयेश, सप्तमेश ( मारकेश) हो तो अपमृत्यु का भय होता है।
उपाय <= आरोग्य के लिए महामृत्युन्यजप तथा सूर्याराधना करनी चाइये।
Related posts