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ॐ भृगुपुत्राय विद्महे श्वेतवाहनाय धीमहि
तन्नः शुक्रः प्रचोदयात ||…
शुक्र 24 फरवरी 2019 को धनु राशि से निकलकर अपने मित्र शनि की मकर राशि में प्रवेश कर रहे है जो की 22 मार्च 2019 तक मकर राशि में ही भ्रमण करने वाला है । शुक्र अपनी शत्रु राशि धनु से निकलकर अपने नैसर्गिक मित्र शनि की मकर राशि में प्रवेश करने जा रहा है अतः इसका विभिन्न राशियों पर किस तरह का प्रभाव पड़ेगा !
मेष राशि :- मकर राशि पर स्थित शुक्र के प्रभाव से पिता एवम् राज्य के सम्बन्ध से विशेष लाभ प्राप्त होता है। माता एवम् भूमि,मकान आदि का भी सुख प्राप्त होता है। मकर में शुक्र सुख, यश एवम् अत्यंत चतुर बनाता है। स्त्री से भी सुख प्राप्त होता है।
वृष राशि :- शुक्र के प्रभाव से शारीरिक परिश्रम के बल से भाग्य की उन्नति होती है। शत्रु पक्ष पर सफलता प्राप्त होती है। धर्म के पालन में कुछ कठनाई रहती है पर रूचि भी होती है। शरीर में सुंदरता रहती है। पर रोग और कठनाई के योग भी उपस्थित होंगे। भाई बहन के सुख एवम् पराक्रम के मामले में कुछ परेशानियों के साथ सफलता मिलती है।
मिथुन राशि :- शुक्र के प्रभाव से संतान,विद्या एवम् खर्च के क्षेत्र में कठनाई का सामना करना पड़ता है। पुरात्व की शक्ति प्राप्त होती है। आप शुक्र के प्रभाव से कूटनीति एवम् परिश्रम से काम लेंगे। धन की व्रद्धि के लिए विशेष प्रयत्न करेंगे। परंतु धन का संचय करने में परेशानी होगी।
कर्क राशि :- शुक्र के प्रभाव से स्त्री तथा दैनिक आमदनी एवम् व्यवसाय के क्षेत्र में सुख तथा सफलता की प्राप्ति होती है। माता,भूमि मकान आदि का सुख भी मिलता है। शारीरक सौंदर्य एवम् सुख की प्राप्ति होती है। आप अपनी चतुरता से धन एवम् यश एवम् भोग की प्राप्ति करेंगे।
सिंह राशि :- शुक्र के प्रभाव से अत्यंत चतुर एवम् प्रभावशाली होते है तथा सिंह राशि वाले अपने शत्रुओ पर विजय प्राप्त करते है। पिता के साथ कुछ मतभेद हो सकता है। राज्य के क्षेत्र में परिश्रम द्वारा उन्नति एवम् प्रतिष्ठा प्राप्त होती है। खर्च अधिक रहता हैI बाहरी स्थानों के सम्बन्ध से सुख मिलता है। गुप्त युक्तियों द्वारा सफलता प्राप्त होती है।
कन्या राशि :- संतान के द्वारा श्रेष्ठ लाभ होता है तथा विद्या बुद्धि की वृद्धि के साथ ही धन, भाग्य तथा धर्म की भी उन्नति होती है। आमदनी में पर्याप्त वृद्धि होती है बुद्धि एवम् चतुर्यके बल से उन्नति प्राप्त होती है |
तुला राशि :- शुक्र के प्रभाव से कुछ कमी के साथ माता,भूमि तथा भवन का सुख प्राप्त होता है। पूरातत्व का लाभ होता है। पिता,राज्य एवम् व्यवसाय के पक्ष में सुख, सफलता एवम् सम्मान की प्राप्ति होती है। सुख की प्राप्ति होती है।
वृश्चिक राशि :- भाई बहन के सुख एवम् पुरुषार्थ में कुछ कमी रहती है। खर्च अधिक होगा। बाहरी स्थानों के संबंध् से लाभ मिलता है। अत्यंत चतुराई के साथ घर खर्च चलाता है। स्त्री पक्ष से कुछ कमजोरी रहती है। भाग्य उन्नति में कमी रहती है। धर्म पालन में कमी रहती है।
धनु राशि :- कुछ कठनाई के साथ धन की श्रेष्ठ शक्ति प्राप्त होती है कुटुंब के साथ मतभेद रहता है। शत्रु पक्ष से लाभ उठाने और उस पर प्रभाव जमाने में सफलता प्राप्त होती है। पूरातत्व की शक्ति का लाभ मिलता है। प्रतिष्ठा प्राप्त होती है।
मकर राशि :- शारीरिक सौंदर्य, प्रभाव एवम् मान की प्राप्ति होती है। पिता, राज्य एवम् व्यवसाय के क्षेत्र से सहयोग, सफलता एवम् सुख प्राप्त होता है। बुद्धि चातुर्य से उन्नति होती है। संतान पक्ष से सुख मिलता है। विद्या एवम् बुद्धि का श्रेष्ठ लाभ होता है। सुयोग्य तथा सुन्दर स्त्री की प्राप्ति हो सकती है।
कुम्भ राशि :- खर्चा अधिक होता है बाहरी स्थानों के सम्बन्ध से सुख तथा सफलता प्राप्त होती है। धर्म का पालन भली भाँति नहीं हो पाता है। यश में कमी होती है। अपने चातुर्य के बल से शत्रु पक्ष में सफलता मिलती है। झगडे से लाभ प्राप्त होता है।
मीन राशि :- कुछ कठनाई के साथ आमदनी बढ़ती है पुरातत्व का लाभ मिलता है। पराक्रम की विशेष वृद्धि होती है,भाई बहन के सुख में कुछ कमी रहती है। परिश्रम द्वारा उन्नति होती है। अपना स्वार्थ सिद्ध करने में चतुर होंगे। प्रयत्न पूर्वक संतान से शक्ति मिलती है। विद्या बुद्धि का लाभ होता है।
उपाय :- शुक्रवार के दिन कन्याओ के लिए मिठाई, टॉफी , चॉकलेट आदि भेट करे |
इत्र, खुशबु, कपूर का दान करे और इन्हे खुद भी इस्तेमाल करे |
शिवजी को पंचामृत से स्नान कराए |
रेशमी वस्त्र किसी गरीब कन्या के विवाह में भेट करे |
उक्त जानकारी सुचना मात्र है, किसी भी निष्कर्ष पर पहुचने से पहले कुंडली के और भी ग्रहो की स्तिथि, बलाबल को भी ध्यान में रख कर तथा किसी योग्य ज्योतिर्विद से परामर्श कर ही किसी भी निर्णय पर पहुचना चाहिए |